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श्री हनुमानाष्टक (Hanumanashtak)
श्री हनुमानाष्टक बाल समय रवि भक्षी लियो तब , तीनहुं लोक भयो अंधियारों। ताहि सों त्रास भयो जग को , यह संकट काहु सों जात न टारो। देवन ...
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श्री हनुमानाष्टक बाल समय रवि भक्षी लियो तब , तीनहुं लोक भयो अंधियारों। ताहि सों त्रास भयो जग को , यह संकट काहु सों जात न टारो। देवन ...
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हनुमान चालीसा श्री गुरू चरण सरोज रज , निज मन मुकुरु सुधारि , बरनउं रघुबर बिमल जसु , जो दायकु फल चारि ॥ 1 ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके , सु...
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श्री गणपतीची आरती सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची | नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची | सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची | कंठी झळके माळ मुक्...
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